इसका सेवन कब और कैसे करना है यह जानना जरूरी है। यह सफेद मसाला आमतौर पर जड़ी-बूटियों और आयुर्वेदिक दवाओं में उपयोग किया जाता है और वजन घटाने में सहायता करता है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञ डॉ. अमित कुमार चर्बी को जल्दी पिघलाने के लिए दखनी मिर्च का सेवन करने की सलाह देते हैं। तीखी मिर्च को कई बीमारियों को ठीक करने में मदद करने के लिए भी जाना जाता है। दुर्भाग्य से देश-दुनिया में मोटापे से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। मोटापा एक ऐसी बीमारी है जिससे दुनिया भर में कई लोग प्रभावित हैं। इसे नियंत्रित करने के लिए लोग अक्सर डाइटिंग करते हैं और घंटों व्यायाम करते हैं लेकिन फिर भी उन्हें अपना वांछित वजन हासिल करने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि वजन बढ़ना केवल आहार के कारण नहीं होता है, क्योंकि हार्मोनल परिवर्तन भी तेजी से वजन बढ़ाने में योगदान कर सकते हैं। यह समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक पाई जाती है। हार्मोनल परिवर्तन तनाव, खराब आहार और अस्वास्थ्यकर जीवनशैली विकल्पों के कारण हो सकते हैं। हेल्थ लाइन बढ़ते वजन को नियंत्रित करने के लिए अपने आहार में कुछ मसालों को शामिल करने और जीवनशैली में बदलाव करने की सलाह देती है। हालाँकि, दखनी मिर्च जैसे मसाले वजन बढ़ाने में योगदान कर सकते हैं।

हेल्थ लाइन बढ़ते वजन को नियंत्रित करने के लिए अपने आहार में कुछ मसालों को शामिल करने और जीवनशैली में बदलाव करने की सलाह देती है।

ऐसा ही एक मसाला है सफेद मिर्च, जिसे दखनी मिर्च के नाम से भी जाना जाता है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञ डॉ. अमित कुमार बताते हैं कि दखनी मिर्च का इस्तेमाल आमतौर पर कई जड़ी-बूटियों में किया जाता है। आयुर्वेदिक चिकित्सा में दखनी मिर्च का बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है और यह मोटापे को प्रभावी ढंग से कम कर सकती है। इस मिर्च को खाने में खाने से ज्यादा तीखा स्वाद तो नहीं आता, लेकिन स्वाद और पोषण बरकरार रहता है। यह बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। इसके अतिरिक्त, वजन बढ़ने से चिंतित लोगों के लिए सफेद मिर्च की सिफारिश की जाती है। मूल सामग्री को बनाए रखते हुए वाक्य संरचना, व्याकरण और स्पष्टता के लिए इस पाठ को संपादित किया गया है।

मोटापे को नियंत्रित करने के लिए सफेद मिर्च का सेवन करें, इसमें पिपेरिन नामक एक अनोखा तत्व होता है जो चयापचय को बढ़ावा देता है और वजन घटाने में सहायता करता है। काली मिर्च वजन बढ़ने से भी रोक सकती है और मोटापे को नियंत्रित कर सकती है। सफेद मिर्च की थोड़ी सी मात्रा भी मोटापे से प्रभावी ढंग से निपट सकती है।

सुबह और शाम दखनी मिर्च का सेवन करने से आंखों की रोशनी में सुधार हो सकता है और मोतियाबिंद सहित आंखों से संबंधित समस्याएं कम हो सकती हैं। इसके अलावा, काली मिर्च का रोजाना सेवन सिरदर्द को कम करने में मदद कर सकता है। सिरदर्द से राहत पाने के लिए:

100 ग्राम बादाम, 50 ग्राम काली मिर्च और 50 ग्राम पिसी हुई मिश्री मिला लें।

  सभी सामग्रियों को पीसकर पाउडर बना लें.

  इस चूर्ण का आधा चम्मच सुबह-शाम सेवन करने से सिरदर्द से राहत मिलती है। यदि आपको दखनी मिर्च का कितना या कैसे सेवन करना है इसके बारे में सहायता की आवश्यकता है तो कृपया किसी चिकित्सकीय पेशेवर से परामर्श लें।

  दिन में दो बार दखनी मिर्च का सेवन वजन घटाने में मदद कर सकता है और कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता है। इसे पाने के लिए 250 मिलीग्राम चूर्ण सुबह और शाम लें।

पाउडर को भोजन या सलाद में जोड़ा जा सकता है या काढ़े के रूप में सेवन किया जा सकता है।